जाट समाज के जौंक
4:43 PMये जाट समाज के जौंक हैं
जब जाट जाट का शोर मचाकर समाज की होनहार युवाओं के चिपकते हें तब तो पता नहीं चलता
लेकिन
जब ये पर्याप्त मात्रा में समाज के बच्चों को गलत राह पर ले जाते हैं तब तक देर हो चुकि होती है
ये लोग दावा करते हैं कि जाट कोई धर्म नहीं एक नस्ल है
इनका यह भी दावा है कि जाट हिंदुओं में मुसलमानों में सिखों में बराबर मात्रा में है
फिर यहाँ इनकी हिप्पोक्रेसी देखिए
ये ए आई द्वारा कट पेस्ट करके तैयार की गई तथाकथित किताब के नाम में उल्लेख केवल हिंदुओं का करते हैं
ये वही वामपंथी मॉडल है जिसमें हिंदुओं को पूजा पाठ व व्रत करने पर असली कामरेड नहीं माना जाता
लेकिन
अगर उस कामरेडी टोले में कोई टोपी धारी है
तो
उसको पाँच वक़्त की नमाज़ पढ़ने रोज़ा रखने की छूट दी जाती है
यानी विरोध करना है तो केवल हिन्दुओं का करेंगे बाक़ियों पर इनकी ज़ुबान पर ताला लग जाता है
सामने से कोई सवाल करें तो कह देते हैं कि शुरुआत ख़ुद से करनी चाहिए
दूसरे देशों में क्या हो रहा है दूसरे धर्मों में क्या हो रहा है उससे हमें कोई मतलब नहीं है
वामपंथियों ने क्षेत्रवाद भाषावाद प्रांतवाद के नाम पर बड़ी बारीक़ चालाकियां की है
आजकल वामपंथियों के हाथ का एक और नया खिलौना है
जितने भी भगत हुए हैं उन सब भक्तों की वाणियों में मिलावट कर के मनमाने अर्थ लोगों को समझाने का पूरा प्रयास चल रहा है
दिखने में तो इनका चेहरा व विचार वेदांतीयों जैसा लगता है लेकिन अंदर की भावना सनातन को तोड़ने की है
मिशन यूनियनिस्ट से जुड़े हुए लोगों का कहना है कि जाट नहीं सभी जट सिख हो जाओ अभी इस बात से स्पष्ट पता लगता है कि इनका मक़सद येन केन प्रकारेण सनातन को तोड़ना है
अगर ये लोग जाट समाज के हितैषी होते तो ये कभी नहीं कहते कि जाट नहीं जट्ट सिख हो जाओ
जाट समाज को समझना होगा कि उनके ख़िलाफ़ षड्यंत्र बड़े गहरे है और इसमें चंद अपने लोग भी शामिल है 
0 comments